Shayari for morning assembly
- मिला करो , बे - वजह कभी कगार , अमनो से ,यकिन करों , बहुत दूर तक जाते है ,ये रिश्ते , बिना कुछ उम्मीद के . . ! !
Shayari for morning assembly
- सोचा था अपना सपनों को पूरा करने घर से बहार जाउगां, लेकिन क्या पता घर जाना ही सपना हो जायेगा. "
- दोष यहाँ कभी वक़्त का नहीं था दोस्त , बस हम ही सब हमारे मुताबिक चाहते थे . . . !
- कितना बदलू खुद को तुझे जीने के लिए ,कुछ तू भी बदलाव कर ऐ जिंदगी मेरे लिए . . . ! ! ! !
- बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं ,तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं . . . ! ! ! !
- ये जो हालात है मेरे एक दिन सुधर जाएंगे , मगर काफी लोग मेरे दिल से उतर जाएंगे . . . ! !
- बहाव तेज़ है सो डर के मारे बैठा हूँ , कई दिनों से मैं अपने किनारे बैठा हूँ . . . ! ! !
-जो गुज़ारी न जा सकी हम से
हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है
- ये वक़्त भी कट जाएगा उम्मीद रख, खुद को फिर से सँवार लेंगे ये हौसला रख . . . ! !
-
जिंदगी में सबसे ज्यादा
प्रेशर कब होता है......???
.
जब
आप के मुंह में एक गोलगप्पा पहले से हो..
.
दूसरा आपकी प्लेट में हो..
.
और
.
गोलगप्पे वाले भैया
.
तीसरा गोलगप्पा
हाथ में लेकर
आप की तरफ़ देख रहे हों.....
.
😂😂🤣🤣😃😄😋😍😎😘
मैं तो बिखरा था कबसे सूखे पत्तों की तरह
उसने समेटा भी तो सिर्फ जलाने के लिए
तन्हा दिल रुद्र💔😔
दिल का तमाशा देखा नहीं जाता
टुटा हुआ सितारा देखा नहीं जाता
अपनी हीसे की सारी ख़ुशी आपको दे दूँ
मुझसे आपका ये उदास चेहरा देखा नहीं जाता...
Shayari for morning assembly
💕अगर तेरे बिना जीना आसान होता,,,,तो
ख़ुदा की क़सम....तुझे याद करना भी
गुनाह समझते...®️
मेरा कत्ल करने का इरादा हो तो खंजर
से वार न करना....
मेरे मरने के लिए काफी है तेरा औरों से
प्यार करना..😐😐😐
किस्मत और दिल की आपस में कभी नहीं बनती,
क्योंकि जो दिल में होता है वो कभी किस्मत में नहीं होता है.
हृदय में तुम्हारा स्मृतियाँ ठीक वैसे ही जैसे किसी सूख चुके जर्जर पेड़ पर एक हरी पत्ती का बचा रहना
किसी खंडहर हुए मकान में कोई छोटी से छत बची रहे,वीरान अँधेरे शहर में टिमटिमाता चंद जुगनू ,किसी प्यासे पथिक के लिए मिला थोड़ा सा पानी
ख़ैर कुछ बाकी तो है...🌿❤️
एक वक्त ऐसा आता है कि जब इंसान को तन्हाई से डर नहीं लगता अकेले बैठना अच्छा नहीं लगता आँखों से आँशु भी नहीं गिरते क्योंकि हम ऐसे हो जाते हैं कोई बात करे तो ठीक न करे तो ठीक।
मैं लोगो पर अंधा धुन भरोसा करता गया और बदले में खुद को फरेब और झूठ के कृत्रिम दल दल में फँसा पाया,खुद के हालात पर दुनिया को हँसते देखा,दोगली लोग देखे, तथाकथित अपने मिले...और कुछ लोग सच मे अपने थे!
पर क्या मतलब...दल दल जैसा भी हो निकलना तो था ही...फरेबी,दोगले लोग....
खैर..!
सबसे ज्यादा दुख होता है भरोसा टूटने पर....और जब एक बार भरोसा टूट जाए फिर खुद को अलग कर लेना ही बेहतर है...क्योंकि बाद में भरोसा होना मुश्किल हो जाता है!...और कर भी लें तो भरोसा दोबारा टूटने की पूरी संभावना रहती है।
कल की रात बहुत तन्हा गुज़री
आज का दिन भी कितना अकेला है
दिन हो या रात मुझे बोहोत सताती हे, जैसे मक्खी गुड़ पर बार बार चली आती,
पलके झपकते ही सामने नज़र आती है,
वो कुछ और नही तेरी याद ही तो है जो बार बार याद आती हे..
तुम i love u बोल रही हो या मैं
चारपाई से कूद कर जान दे दूं...
😭😭😭😒😒🥺
Shayari for morning assembly
मैं उन सारी हद की लकीरें पार करूंगा
चाहे तू कितनी बेवफ़ा हो मैं हमेशा तेरे साथ रहूंगा 😔😔
मैं तो बिखरा था कबसे सूखे पत्तों की तरह
उसने समेटा भी तो सिर्फ जलाने के लिए
तन्हा दिल रुद्र💔😔
दिल का तमाशा देखा नहीं जाता
टुटा हुआ सितारा देखा नहीं जाता
अपनी हीसे की सारी ख़ुशी आपको दे दूँ
मुझसे आपका ये उदास चेहरा देखा नहीं जाता...
💕अगर तेरे बिना जीना आसान होता,,,,तो
ख़ुदा की क़सम....तुझे याद करना भी
गुनाह समझते...®️
हृदय में तुम्हारी स्मृतियाँ ठीक वैसे ही जैसे किसी सूख चुके जर्जर पेड़ पर एक हरी पत्ती का बचा रहना
किसी खंडहर हुए मकान में कोई छोटी से छत बची रहे,वीरान अँधेरे शहर में टिमटिमाते चंद जुगनू ,किसी प्यासे पथिक के लिए मिला थोड़ा सा पानी
ख़ैर कुछ बाकी तो है...🌿❤️
मैं लोगो पर अंधाधुन भरोसा करता गया और बदले में खुद को फरेब और झूठ के कृत्रिम दलदल में फँसा पाया,खुद के हालात पर दुनिया को हँसता देखा,दोगले लोग देखे, तथाकथित अपने मिले...और कुछ लोग सच मे अपने थे!
पर क्या मतलब...दलदल जैसा भी हो निकलना तो था ही...फरेबी,दोगले लोग....
खैर..!
सबसे ज्यादा दुख होता है भरोसा टूटने पर....और जब एक बार भरोसा टूट जाए फिर खुद को अलग कर लेना ही बेहतर है...क्योंकि बाद में भरोसा होना मुश्किल हो जाता है!...और कर भी लें तो भरोसा दोबारा टूटने की पूरी संभावना रहती है।
कल की रात बहोत तन्हा गुज़री
आज का दिन भी कितना अकेला है
लेकिन अब मैं अकेला किस किस के सपनें को पूरा करुँगा
😁😜🙉🤣🤣🙏
इस साल सबका ब्याह हो जाएगा बचेंगे सिर्फ़ 3 लोग,,
मैं, सल्लू और राहुल.. 🥺🥺
.
.
.
.
एक #अखंड_सिंगल का अधूरा सपना..
😜 🤪 😜 🤪 😜 🤪 😜
तेरी यादे इतनी तकलीफ़ नहीं देती
जितनी
स्लो इंटरनेट देता है
😭😭😭🥺🥺
जो इश्क़ को जान लेता है,
इश्क़ उसकी जान ले लेता है।
"घमंड" की बीमारी
'शराब' जैसी है यारों,
खुद को छोड़कर सबको पता चलता है
कि इसको चढ़ गयी है..। # हिटलर
आज का पिंकू चैलेंज🙈😛😍😘
आप अपनी नाक बंद करके hmmm नहीं बोल सकते😛😛
#स्पेशली_लड़कियां बहुत hmmm करती हो ना ये जरुर try करना
🙈🙈🙈☺️☺️☺️
दोस्ती कोई खोज नहीं होती;
दोस्ती किसी से हर रोज़ नहीं होती;
अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना;
क्योंकि पलकें आँखों पर कभी बोझ नहीं होती।
Good Evening..!!!
नजरें तलाशती जिसे...!!!
वो खूबसूरत सा ख्वाब हो तुम..!!
मिलती है दुनिया सारी मगर...!!
ना मिलकर भी लाजवाब हो तुम...!!! ❤️
मेरी आंखे तुझे ढूंढे
बहुत रोई तुम्हीं आना
तेरी ये नाराजगी मुझे
ऐसे घायल कर देती
मेरी आँखों में ये आंसू
बस तेरे लिए ही आए
जो तुम हमसे यू रूठे
दिल मेरा आंसुओ से भर जाए
मेरे नादानीयों को माफ कर दिया करो
मैं माना कि थोड़ा गुस्ताख है
दिल मेरा
जो तुम हमसे यू रूठे
दिल मेरा आंसुओ से भर जाए
मेरी आंखे तुझे ढूंढे
बहुत रोई तुम्हीं आना
संग-ए-मरमर सा तराशा गोरा ये बदन😍
नशीला सा पिघलता शबाब उसका;😍
होंठों से लगाओ तो कशिश कैसी है;😍
.
.
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.
.
.
ये कुल्फी चीज़ ही ऐसी है।
प्यार और मौत की पसन्द तो देखो
एक को दिल चाहिए तो दूसरे को धड़कन
खैरियत पूछ लेने से बदलता कुछ नहीं पर दिल को....
तसल्ली हो जाती है किसी को हमारी भी फ़िक्र है....!!
🖤🖤
""प्लम्बर"""' कितना भी एक्स्पर्ट क्यो न हो ???
पर,''':::::::
वो आंखों से टपकता पानी बन्द नही कर सकता ।।
उसके लिए दोस्त ही चाहिए ।
कागज पर लिखा तेरा नाम जिस पर
वो आज भी संभाले रखा है हमने
तुमने जला रखा होगा किस्सों को भी मेरे
तेरे नाम लिखे उस कागज से भी दिल लगा रखा है हमने
ना जाने किस दरबार का चिराग हु मैं
जिसका
दिल करता है जला के छोड़ देता है😢 v
कोई मेरी शायरी चुपके से पढ़ के जाता है
कोई बतलायेगा ये रिश्ता क्या कहलाता है🤔🤔
😘ना तेरी reply कि खुशी😋ना तेरे ईगनोर😲 ka गंम..!
अपना😏attitude अपने पास ही rakh..!!🥀😉🥳
इस दुनिया🌍म अकेले ही khush🙈ह हम..!!!🥰😘😘
अगर कतल करना है .
तो चाकू की क्या जरूरत है।
तुम जरा मुस्कुरा दो .
हम तो यूंही मर जाएंगे।।
कभी किसी के जज्बातों का मजाक ना बनाना
ना जाने कौन सा दर्द लेकर कोई जी रहा है ✍️💔
उनकी मुहब्बत का कैसे हिसाब हो,
जो गले लगाकर कहे "आप बड़े खराब हो...!!!" 😂
हासिल करके तो हर कोई मुहब्बत कर सकता है.....!
बिना हासिल किए किसी को चाहना कोई हमसे पूछे....
कुछ ग़म को जिन्दा रखने के लिए
खुद का जीना बहुत जरुरी होता है 🤗
इंतजार लंबा हो तो चलता है..
पर एक तरफा हो तो बहुत दर्द देता है
शरारतें करने का मन अभी भी करता है..
पता नहीं बचपना जिंदा है या इश्क अधुरा है.
सरते बहुत है तेरे मेरे दरमियां
ऐसा भी क्या प्यार होता है
कटाक्ष बहुत है तेरे मेरे दरमियां
ऐसा भी क्या अंजाम होता है
हुस्न के कसीदे ही पढ़ना होता
तो प्यार तेरे मेरे दरमियां क्या खाक होता है 😔😔😔😔
जब तुम दुआ में मुझे माँगोंगे रब से
मेरी दुआ है मैं तेरे रब के पास रहूं
तेरी दुआ लौट के वापस आ जाए
पर मैं तेरे पास ना रहूं 😔😔😔😔😔😔
मत ढूंढो इन आँखों में इश्क़
मोहब्बत से ज्यादा चाय का नशा है इसमें🙈
लोग रूप देखते है ,हम दिल देखते है , लोग सपने देखते है हम हक़ीकत देखते है, लोग दुनिया मे दोस्त देखते है,हम दोस्तो मे दुनिया देखते है
वो कहते हैं सच्ची मोहब्बत तुमने किया ही नहीं
सही कहते हैं वो शायद इसीलिये मेरा दिल आज भी रोता है
- दोष यहाँ कभी वक़्त का नहीं था दोस्त , बस हम ही सब हमारे मुताबिक चाहते थे . . . !
- कितना बदलू खुद को तुझे जीने के लिए ,कुछ तू भी बदलाव कर ऐ जिंदगी मेरे लिए . . . ! ! ! !
- बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं ,तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं . . . ! ! ! !
- ये जो हालात है मेरे एक दिन सुधर जाएंगे , मगर काफी लोग मेरे दिल से उतर जाएंगे . . . ! !
- बहाव तेज़ है सो डर के मारे बैठा हूँ , कई दिनों से मैं अपने किनारे बैठा हूँ . . . ! ! !
-जो गुज़ारी न जा सकी हम से
हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है
- ये वक़्त भी कट जाएगा उम्मीद रख, खुद को फिर से सँवार लेंगे ये हौसला रख . . . ! !
-
जिंदगी में सबसे ज्यादा
प्रेशर कब होता है......???
.
जब
आप के मुंह में एक गोलगप्पा पहले से हो..
.
दूसरा आपकी प्लेट में हो..
.
और
.
गोलगप्पे वाले भैया
.
तीसरा गोलगप्पा
हाथ में लेकर
आप की तरफ़ देख रहे हों.....
.
😂😂🤣🤣😃😄😋😍😎😘
मैं तो बिखरा था कबसे सूखे पत्तों की तरह
उसने समेटा भी तो सिर्फ जलाने के लिए
तन्हा दिल रुद्र💔😔
दिल का तमाशा देखा नहीं जाता
टुटा हुआ सितारा देखा नहीं जाता
अपनी हीसे की सारी ख़ुशी आपको दे दूँ
मुझसे आपका ये उदास चेहरा देखा नहीं जाता...
Shayari for morning assembly
💕अगर तेरे बिना जीना आसान होता,,,,तो
ख़ुदा की क़सम....तुझे याद करना भी
गुनाह समझते...®️
मेरा कत्ल करने का इरादा हो तो खंजर
से वार न करना....
मेरे मरने के लिए काफी है तेरा औरों से
प्यार करना..😐😐😐
किस्मत और दिल की आपस में कभी नहीं बनती,
क्योंकि जो दिल में होता है वो कभी किस्मत में नहीं होता है.
हृदय में तुम्हारा स्मृतियाँ ठीक वैसे ही जैसे किसी सूख चुके जर्जर पेड़ पर एक हरी पत्ती का बचा रहना
किसी खंडहर हुए मकान में कोई छोटी से छत बची रहे,वीरान अँधेरे शहर में टिमटिमाता चंद जुगनू ,किसी प्यासे पथिक के लिए मिला थोड़ा सा पानी
ख़ैर कुछ बाकी तो है...🌿❤️
एक वक्त ऐसा आता है कि जब इंसान को तन्हाई से डर नहीं लगता अकेले बैठना अच्छा नहीं लगता आँखों से आँशु भी नहीं गिरते क्योंकि हम ऐसे हो जाते हैं कोई बात करे तो ठीक न करे तो ठीक।
मैं लोगो पर अंधा धुन भरोसा करता गया और बदले में खुद को फरेब और झूठ के कृत्रिम दल दल में फँसा पाया,खुद के हालात पर दुनिया को हँसते देखा,दोगली लोग देखे, तथाकथित अपने मिले...और कुछ लोग सच मे अपने थे!
पर क्या मतलब...दल दल जैसा भी हो निकलना तो था ही...फरेबी,दोगले लोग....
खैर..!
सबसे ज्यादा दुख होता है भरोसा टूटने पर....और जब एक बार भरोसा टूट जाए फिर खुद को अलग कर लेना ही बेहतर है...क्योंकि बाद में भरोसा होना मुश्किल हो जाता है!...और कर भी लें तो भरोसा दोबारा टूटने की पूरी संभावना रहती है।
कल की रात बहुत तन्हा गुज़री
आज का दिन भी कितना अकेला है
दिन हो या रात मुझे बोहोत सताती हे, जैसे मक्खी गुड़ पर बार बार चली आती,
पलके झपकते ही सामने नज़र आती है,
वो कुछ और नही तेरी याद ही तो है जो बार बार याद आती हे..
तुम i love u बोल रही हो या मैं
चारपाई से कूद कर जान दे दूं...
😭😭😭😒😒🥺
Shayari for morning assembly
मैं उन सारी हद की लकीरें पार करूंगा
चाहे तू कितनी बेवफ़ा हो मैं हमेशा तेरे साथ रहूंगा 😔😔
मैं तो बिखरा था कबसे सूखे पत्तों की तरह
उसने समेटा भी तो सिर्फ जलाने के लिए
तन्हा दिल रुद्र💔😔
दिल का तमाशा देखा नहीं जाता
टुटा हुआ सितारा देखा नहीं जाता
अपनी हीसे की सारी ख़ुशी आपको दे दूँ
मुझसे आपका ये उदास चेहरा देखा नहीं जाता...
💕अगर तेरे बिना जीना आसान होता,,,,तो
ख़ुदा की क़सम....तुझे याद करना भी
गुनाह समझते...®️
हृदय में तुम्हारी स्मृतियाँ ठीक वैसे ही जैसे किसी सूख चुके जर्जर पेड़ पर एक हरी पत्ती का बचा रहना
किसी खंडहर हुए मकान में कोई छोटी से छत बची रहे,वीरान अँधेरे शहर में टिमटिमाते चंद जुगनू ,किसी प्यासे पथिक के लिए मिला थोड़ा सा पानी
ख़ैर कुछ बाकी तो है...🌿❤️
मैं लोगो पर अंधाधुन भरोसा करता गया और बदले में खुद को फरेब और झूठ के कृत्रिम दलदल में फँसा पाया,खुद के हालात पर दुनिया को हँसता देखा,दोगले लोग देखे, तथाकथित अपने मिले...और कुछ लोग सच मे अपने थे!
पर क्या मतलब...दलदल जैसा भी हो निकलना तो था ही...फरेबी,दोगले लोग....
खैर..!
इश्क़ उसकी जान ले लेता है।
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